
US आव्रजन विभाग ने आर्मी ऑफिसर की मां को निर्वासित कर 31 साल बाद मेक्सिको भेजा
गोमेज ने गुरुवार को खुद को निर्वासित किए जाने की तैयारी कर ली थी। मगर उनकी बेटी ने कहा था कि उसे विश्वास है कि अमेरिकी अधिकारी उन्हें देश में रुकने के लिए कुछ और रियायत दे देंगे
US आव्रजन विभाग ने आर्मी ऑफिसर की मां को निर्वासित कर 31 साल बाद मेक्सिको भेजा
हाइलाइट्स
- अमेरिका में एक सैन्य अधिकारी की मां को निवार्सित कर देश से निकाल दिया गया है
- दरअसल, मां को आव्रजन कानून के तहत अमेरिका से मेक्सिको भेज दिया गया है
- उनका बेटा जिब्रान क्रूज अमेरिकी सेना के खुफिया विभाग में सेकंड लेफ्टिनेंट है
वॉशिंगटन
संघीय अमेरिकी आव्रजन अधिकारियों ने आर्मी के एक अधिकारी की मां को 31 साल बाद निर्वासित कर मेक्सिको भेज दिया। स्थानीय मीडिया के अनुसार आर्मी के खुफिया अधिकारी सेकंड लेफ्टिनेंट (30) जिब्रान क्रूज की मां रोशियो रिबॉल्लर गोमेज (50) को इमिग्रेशन ऐड कस्टम्स इन्फोर्समेंट (आईसीए) के अधिकारियों ने सैन डिएगो से तिजुआना के मैक्सिकन सीमावर्ती शहर में भेज दिया। सैन्य अधिकारी जिब्रान अपनी मां के निर्वासन से पहले उनसे मिलने घर पहुंचे। मां के साथ उनकी यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
गोमेज ने गुरुवार को मेक्सिको जाने की तैयारी कर ली थी। मगर उनकी बेटी ने कहा था कि उसे विश्वास है कि अमेरिकी अधिकारी उन्हें देश में रुकने के लिए कुछ और रियायत दे देंगे। इसलिए उसने अपना बैग पैक नहीं किया था। क्रूज और उनकी बहन कार्ला ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में भी अपनी प्रतिक्रिया दी थी।
अटॉर्नी टेसा कैबरेरा ने एफे न्यूज को बताया कि कैलिफोर्निया की सीनेटर कमला हैरिस के कार्यालय ने देश में गोमेज के प्रवास को और विस्तार दिलाने के संबंध में कोशिशें की थीं, मगर वह असफल रहीं। गोमेज के तीन पोते हैं और वह एक छोटा सा व्यवसाय चलाती हैं। उन्हें आखिरकार अमेरिका छोड़कर मेक्सिको जाना ही पड़ा, क्योंकि आईसीई ने अटॉर्नी को सूचित किया कि उनके निर्वासन को फिलहाल स्थगित नहीं किया जा सकता है। गोमेज को ईल चपराल सीमा पुल के जरिए देश से बाहर निकाल दिया गया।
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