
ये सवाल लगातार उठ रहा है कि कोरोना वायरस से जान बचाने वाली दवा या टीका कब तक बन जाएगा? कब तक बनेगा कोरोना का टीका यानी वैक्सीन? इसके लिए रिसर्च पूरे ज़ोरों से चल रही है. 20 से ज़्यादा वैक्सीन बनाने का काम जारी है.
एक वैक्सीन का तो इंसानों पर ट्रायल भी शुरू कर दिया गया है, ताकि इसके असर का पता लगाया जा सके. दूसरे वैज्ञानिक अभी जानवरों पर रिसर्च की स्टेज पर हैं और इस साल के अंत तक इंसानों को इससे फायदा मिलने की उम्मीद कर रहे हैं.
परीक्षण जारी है और वैज्ञानिकों का दावा है कि वैक्सीन आने में एक साल का वक्त लग सकता है. लेकिन अगर वैज्ञानिकों ने इस साल कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन बना भी ली, तो भी इसका बड़ी संख्या में उत्पादन होने में वक्त लगेगा.
इसका मतलब ये है कि अगला आधा साल बीत जाने के बाद ही कोई वैक्सीन तैयार हो पाएगी. यहां ये याद रखने की ज़रूरत है चार तरह के कोरोना वायरस हैं, जो इंसानों के बीच फैल रहे हैं. इनमें से किसी भी वायरस से होने वाली दिक्कतों के लिए हमारे पास वैक्सीन नहीं है.
कोरोना वायरस की दवा खोज लेने का ट्रंप का दावा कितना सही है? – फ़ैक्ट चेक

कोरोना वायरस को मानवजाति के सामने पैदा हुआ सबसे बड़ा ख़तरा माना जा रहा है.
दुनिया भर में अब तक इस वायरस से 14,600 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
भारत में इसके 415 मामले अब तक सामने आए है. इस महामारी के फैलने का सबसे बड़ा कारण ये है कि अब तक इसकी दवा इजाद नहीं हो सकी है.
दुनिया भर में मेडिसिन क्षेत्र के वैज्ञानिक इसकी कारगर दवाई बनाने में जुटे हुए हैं लेकिन इस बीच अमरीकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप ने इस वायरस की दवा बनाए जाने का दावा किया.
शनिवार, 21 मार्च को डोनॉल्ड ट्रंप ने ट्वीट किया-”हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन और एज़िथ्रोमाइसिन का कॉम्बिनेशन मेडिसिन की दुनिया में बड़ा गेम चेंजर साबित हो सकता है. एफ़डीए ने ये बड़ा काम कर दिखाया है- थैंक्यू. इन दोनों एजेंट को तत्काल प्रभाव से इस्तेमाल में लाना चाहिए, लोगों की जान जा रही है.”
0 Reviews