
SOURCE-AMAR UJALA
कोरोना के चलते लॉकडाउन में इस बार रमजान का पवित्र महीना शुरू हो रहा है। इस बार पिछले सालों जैसी रौनक भले ही न दिख रही हो, मगर लोगों के जोश और जज्बे में कोई कमी नहीं है।
माहे रमजान के चांद का दीदार शुक्रवार को हुआ तो पहला रोजा शनिवार को हो सकता है। यदि 29 शाबान का चांद न निकला या मौसम के कारण दिखाई न दिया तो रविवार से रमजान की शुरूआत होगी। बहरहाल, लोगों ने रमजान की तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं। दूसरी तरफ तमाम दरगाहों, खानकाहों ने भी रिवायत को कायम रखने की गरज से सोशल डिंस्टेंसिंग के लिहाज से रोजा इफ्तार का इंतजाम करना शुरू कर दिया है।
इसी कड़ी में सभी मसलकों के सेंटर, खानकाह, दरगाह और मुस्लिम संगठन एवं प्रतिष्ठानों की ओर से रमजान की जंतरी (टाइम टेबल) बांटने का काम भी चल रहा है। कुछ लोग सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक जंतरी पहुंचा रहे हैं तो कुछ फोटो कॉपियां कराकर घर-घर बांट रहे हैं।
इन तमाम तैयारियों के बीच यह मांग भी उठी है कि रमजान के दिनों में प्रशासन मोहल्लों में फलों की बिक्री की व्यवस्था करे। इस संबंध में उसमान खान और परवेज नूरी ने कहा कि भले ही शाम को इफ्तार से पहले दो घंटे के लिए ही फलों की दुकानें लगें, मगर इससे लोगों को काफी सहूलियत हो जाएगी। लोगों को लॉकडाउन में मंडियों तक नहीं भागना पड़ेगा।
अहसन मियां बोले चांद देखने का करें एहतेमाम
बरेली। दरगाह आला हजरत से सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा खां कादरी ने लोगों से अपील की है कि वे चांद देखने का एहतेमाम करें। साथ ही लॉकडाउन का पालन करते हुए इफ्तार, नमाज घरों में ही करें। रमजान में दुआ करें कि जो भी आफत-बलाएं दुनियां में फैली है वे खत्म हों।
0 Reviews